Real Estate Investment Trust
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REIT निवेश : क्या है ये ? और क्या ये छत्तीसगढ़ में करना संभव है ?

REITs, यानी रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स, ऐसी कंपनियाँ होती हैं जो रियल एस्टेट में पैसे लगाती हैं और ये सार्वजनिक रूप से बिकती हैं। इनका मुख्य लक्ष्य यह है कि रियल एस्टेट से जो आय होती है, उसका कुछ हिस्सा अपने निवेशकों के साथ बाँटें। REITs निवेशकों को अलग-अलग प्रकार की संपत्तियों में निवेश करने का मौका देती हैं, जिससे वे बड़े लॉट में पैसे लगाने की बजाय थोड़े पैसे में भी निवेश कर सकते हैं। हाल के वर्षों में भारत में REITs का तेजी से विकास हुआ है, और छत्तीसगढ़ का रियल एस्टेट मार्केट भी इससे प्रभावित हो रहा है। यहां छत्तीसगढ़ में REITs की वर्तमान स्थिति और भविष्य के अवसरों पर एक नज़र डालते हैं:

REIT नियम और विकास

छत्तीसगढ़ ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के द्वारा बनाए गए REIT नियमों का पालन किया है। छत्तीसगढ़ रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (CG-RERA) राज्य में रियल एस्टेट की गतिविधियों पर नज़र रखती है। हालांकि अभी छत्तीसगढ़ में कोई खास REIT नहीं है, लेकिन इनके विकास के लिए नियमों का ढांचा तैयार है। यह विकास भारत सरकार के प्रयासों का हिस्सा है, जो निवेशकों को सुरक्षा और जानकारी प्रदान करना चाहता है।

महत्वपूर्ण वाणिज्यिक संपत्तियाँ

राजधानी रायपुर में REITs के लिए कुछ बेहतरीन वाणिज्यिक संपत्तियों के मौके हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण स्थान हैं:

  • Mowa: यह एक व्यस्त और अच्छी कनेक्टिविटी वाला क्षेत्र है, जहाँ औसत संपत्ति मूल्य ₹3,192 प्रति वर्ग फुट है। यहाँ कई बड़े शॉपिंग मॉल और ऑफिस हैं, जो निवेश के लिए अच्छा अवसर प्रदान करते हैं।
  • Naya-Raipur: यह एक नई योजना के तहत बना शहर है, जहाँ औसत संपत्ति मूल्य ₹2,750 प्रति वर्ग फुट है। यहाँ विभिन्न विकास परियोजनाएँ चल रही हैं जो इसे एक व्यावसायिक केंद्र बनाती हैं।
  • Dhamtari Road: यह एक उभरता हुआ क्षेत्र है जहाँ कई परियोजनाएँ चल रही हैं और औसत संपत्ति मूल्य ₹3,000 प्रति वर्ग फुट है। यहाँ की विकासशील परियोजनाएँ निवेशकों को आकर्षित कर सकती हैं।

ये क्षेत्र रायपुर में औद्योगिक वृद्धि, अच्छी कनेक्टिविटी, और बढ़ती दर्जी मांग से लाभ उठा रहे हैं। इससे निर्माण व्यवसाय के लिए भी नए अवसर बन रहे हैं।

TAX संबंधी बातें

छत्तीसगढ़ में REITs पर भी करों के नियम हैं, जैसे:

  • वितरण पर आयकर की छूट
  • REITs के शेयरों पर पूंजीगत लाभ कर नहीं लगेगा
  • यूनिटधारकों के लिए ब्याज आय पर 5-10% स्रोत कर
  • संपत्ति पर स्टांप ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क

ये सभी बातें REITs को निवेशकों के लिए और आकर्षक बनाती हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि REITs निवेशकों को संपत्ति में बेहतर अवसर और कर में फायदें देती हैं।

भविष्य का दृष्टिकोण

विशेषज्ञ मानते हैं कि REITs का भारत में और खासकर छत्तीसगढ़ जैसे उभरते बाजारों में भविष्य उज्जवल है। इसके पीछे कुछ मुख्य कारण हैं:

  • नई संपत्तियों की मांग, जैसे औद्योगिक पार्क आदि। छत्तीसगढ़ के उद्योगों के विकास से नई संपत्तियों की जरूरत बढ़ी है।
  • नव विकास और उचित नियमों का निर्माण। सरकार को ऐसे नियम बनाने की आवश्यकता है जो REITs के विकास में मदद करें।
  • रियल एस्टेट में निवेश की बढ़ती रुचि। पिछले कुछ वर्षों में निवेशकों का रियल एस्टेट में रुचि बढ़ी है।

हालांकि छत्तीसगढ़ को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे:

  • अन्य बड़े शहरों की तुलना में कम विकसित वाणिज्यिक रियल एस्टेट।
  • बुनियादी ढाँचे की आवश्यकता और सुधार।
  • भूमि अधिग्रहण और अनुमोदनों में जटिलताएँ।

छत्तीसगढ़ का REIT मार्केट अभी नया है, लेकिन इसमें अच्छे अवसर हैं। जैसे-जैसे नियम बनते हैं और लोगों में जागरूकता बढ़ती है, REITs रियल एस्टेट निवेश को और बढ़ावा दे सकते हैं। निवेशकों को इस बाजार पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि आने वाले वर्षों में यहाँ REITs का विकास हो सकता है, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था और निवेशकों के लिए नए अवसर ला सकता है। यह सही समय है जब सभी संभावित निवेशकों को इस उभरते मार्केट में रुचि रखनी चाहिए।

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